ब्राह्मण जनजागरण संस्था की स्थापना के पांच साल पूर्ण हुए. साथ ही साथ राष्ट्रिय कार्यकारिणी का कार्यकाल भी समाप्त हुआ. ज्ञात हो, पूर्व कार्यकारिणी का विवरण इस प्रकार था.
श्रेणी: लेख
ब्राह्मण जनजागर संस्था धार्मिक सांस्कृतिक और सामाजिक लेख प्रकाशित करता है जो लोगों में संस्कार जागृत कर सके. लेखकों से अनुरोध है अपना लेख प्रस्तुत करें. अपना लेख brahmanjanjagran@gmail.com पर भेजें.

स्वतंत्रता दिवस की स्वर्णिम बेला पर बच्चों को बुक व् पेन वितरण
कहते हैं बच्चे मन के सच्चे. जी हाँ! इन बच्चों को उंच-नीच, काले-गोरे, धनी-निर्धन इत्यादि का भान भी नहीं होता; ये तो हमारे संस्कारों की देंन होती है जिससे संकीर्ण और उत्कृष्ट विचारधाराएँ जन्म लेती हैं. यदि कोई त्यौहार हो और बच्चे न सम्मिलित हो तो आनंद अधुरा रहता है. स्वतंत्रता दिवस हमारा ऐसा ही पर्व है; यदि इसमें बच्चें न सामिल ये असंभव है.

ब्राह्मण जनजागरण संस्था के समन्वय से पूर्वांचल उत्थान ट्रस्ट द्वारा विद्यार्थियों को सहयोग प्राप्त हुआ
ब्राह्मण जनजागरण के तत्वावधान में पूर्वांचल ट्रस्ट द्वारा सेंट अग्रसेन हाई स्कूल एवं सरस्वती हाई स्कूल के विद्यार्थियों को पठनीय सामग्री वितरित किया गया. इस अवसर पर आर्थिक रूप से कमजोर ५० विद्यार्थियों को रु. १००० का सहयोग भी प्रदान किया गया.

ब्राह्मण जनजागरण संस्था-एक हिंदुत्ववादी परिवार
क्या वाकई ब्राह्मण हिन्दुओं को बाँट रहा है?
RSS १९२५ में बना और विश्व हिन्दू परिषद १९६४ में हमें नहीं लगता हम बँट गए. और फिर १९८४ में बजरंग दल अस्तित्व में आता है और हमें नहीं लगता हिन्दू विभाजित हो रहे हैं. मुझे आश्चर्य होता है, “ब्राह्मण जनजागरण संस्था” ने यह कार्य कर दिया?
ब्राह्मण एक परिवार है धर्म नहीं